Ahmedabad विमान दुर्घटना अपडेट: 270 मृतकों में से 11 की पहचान, 19 शवों की डीएनए जांच पूरी

गुजरात के अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे में अब तक 270 लोगों की मौत हो चुकी है। लंदन के लिए उड़ान भर रहा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान दुर्घटनाग्रस्त होने के बाद हालात बेहद गंभीर बने हुए हैं।

अहमदाबाद, गुजरात में हुए एयर इंडिया के विमान हादसे में अब तक 270 लोगों की जान जा चुकी है। यह हादसा उस समय हुआ जब लंदन जा रहा बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर अचानक दुर्घटनाग्रस्त हो गया। हादसे के बाद राहत और बचाव कार्य जारी हैं, जबकि मृतकों की पहचान का सिलसिला डीएनए जांच के माध्यम से किया जा रहा है।

अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल ने 11 शव उनके परिजनों को सौंप दिए हैं। अन्य शव तब तक नहीं दिए जाएंगे जब तक सभी कानूनी प्रक्रिया पूरी नहीं हो जाती। इससे पहले 8 शवों की पहचान बिना डीएनए जांच के की गई थी, क्योंकि वे पहचानने लायक हालत में थे। हादसे में विमान के 242 में से एक को छोड़कर बाकी सभी यात्रियों की मौत हो गई थी। इसके अलावा दुर्घटना स्थल पर 5 मेडिकल छात्रों सहित कुल 29 अन्य लोगों की भी जान चली गई थी। राहत कार्यों में राज्य और केंद्र सरकार की टीमें मिलकर लगी हैं।

राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया कि गुजरात के 33 में से 18 जिलों में रहने वाले मृतकों के परिजनों से संपर्क किया गया है। 230 टीमें बनाई गई हैं और शनिवार से शव सौंपने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। परिजनों को डीएनए सैंपल देने के लिए पहचान पत्र साथ लाने को कहा गया था। मृतकों के परिवारों को कोई परेशानी न हो, इसके लिए अहमदाबाद नगर निगम ने तुरंत मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिए हैं।

प्रशासन की ओर से जानकारी दी गई है कि हर मृतक के परिवार के लिए एक अलग टीम बनाई गई है, जो संबंधित शव को एम्बुलेंस के माध्यम से उनके घर तक पहुंचाएगी। शुरुआत में 11 अंतरराष्ट्रीय नागरिकों के परिवारों से संपर्क नहीं हो पाया था, लेकिन अब उनसे संवाद स्थापित हो चुका है और वे कल दोपहर तक अहमदाबाद पहुंचेंगे। विदेशी नागरिकों की मदद के लिए ब्रिटिश हाई कमीशन भी स्थानीय एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहा है।

इसी दौरान, डॉक्टर रजनीश पटेल ने बताया कि दुर्घटना में एकमात्र जीवित बचे यात्री, विश्वास कुमार, की हालत अब स्थिर है और वे तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं।

बीजे मेडिकल कॉलेज के कसौटी ‘भवन में हेल्पडेस्क और कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां 600 से अधिक फोन कॉल्स का समन्वय किया गया. अस्पताल प्रशासन, जिला प्रशासन और स्टेट इमर्जेंसी ऑपरेशन सेंटर (एसईओसी) की मदद से परिवारों को सैंपलिंग, ट्रांसपोर्टेशन, रहने-खाने और वाहन व्यवस्था में सहायता दी जा रही है. परिजनों से अपील की गई है कि वे केवल अहमदाबाद सिविल अस्पताल के अधिकृत नंबरों पर ही कॉल करें, जिसमें डीएनए मैच और शव लेने की जानकारी दी जाएगी.